(१) प्रवाह तालिका पूर्ण करो :
कवि ने इन बातों को सीख लेने को कहा है
(१) रोशनी के रंग घोलना
(२) मीठी बोली के गुल रोपना
(३) अप्रिय बात बदलकर मोड़ना
(४) जरूरत पर ही मुँह खोलना ।
(२) उत्तर लिखो :
१. काँटे बोने वाले
उत्तरः कटु वचन
२. चुभने वाली
उत्तर: बात बेबात
३. फटने वाले
उत्तर: पटाखे की तरह
(३) चुप रहने के चार फायदे लिखो :
उत्तर:
(१) ऊर्जा की बचत होती है।
(२) समय की बचत होती है।
(३) मनमुटाव होने की संभावना कम हो जाती है।
(४) ऊर्जा को किसी सकारात्मक कार्य में लगाया जा सकता है।
(४) कविता की अंतिम चार पंक्तियों का अर्थ लिखो ।
उत्तर:
..........खोलना सीख लीजे।
पटाखे की तरह ...............
मित्र, किसी भी परिस्थिति में दूसरे पर क्रोध में फट पड़ने के स्थान पर प्यार का प्रकाश फैलाना कहीं उचित
है, क्योंकि क्रोध की प्रतिक्रिया में क्रोध ही मिलेगा और बात हाथ से निकल जाएगी। (यह तथ्य कभी नहीं
भूलना चाहिए कि कड़वी बोली हमेशा संबंध बिगाड़ती ही है।) कटु वचनों से काँटे ही मिलते हैं। कटु वचन
ऐसे बीज हैं, जिनके फलस्वरूप काँटों रूपी फसल ही मिलती है। अतः कटु वचनों का त्याग करके मीठी
बोली रूपी फूल के पौधे लगाओ।
यदि बात करते-करते कोई ऐसा प्रसंग आ जाए कि किसी की बात आपको या आपकी बात दूसरों को चुभने
लगे, तो बात को प्यार के मोड़ पर लाना सीखो, ताकि वातावरण की कटुता दूर हो जाए। पर साथ ही इस
बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि हमें अनुचित बात पर होंठ सीकर यानी चुप भी नहीं बैठना चाहिए।
कहीं, कोई, किसी प्रकार का अन्याय कर रहा हो या अत्याचार हो रहा हो तो उस समय चुप रह जाना भी
अन्याय ही होगा। हमें ऐसी परिस्थिति में डटकर जोरदार शब्दों में उसका विरोध करना चाहिए।
उपयोजित लेखन
'यातायात की समस्याएँ एवं उपाय' विषय पर निबंध लिखो ।
उत्तर : हमारे देश में शहरों की आबादी बहुत तेजी से बढ़ रही है, लेकिन शहरों की आधारभूत संरचना का
विकास उस अनुपात में नहीं हुआ है, जिसकी वजह से यातायात एक बड़ी समस्या बनकर उभरा है।
यातायात के साधनों की भीड़ के कारण आजकल दुर्घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। आजकल शहरों से गाँवों तक
सड़कों का जाल बिछा है, जिन पर वाहन दौड़ते रहते हैं। इन वाहनों की चपेट में आकर आए दिन बहुत से
लोग मारे जाते हैं। वाहनों का धुआँ लोगों की साँस के साथ उनके फेफड़ों में जाता है, जिसके कारण श्वास
संबंधी बीमारियाँ दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। आज मध्यम वर्गीय परिवारों में एक ही घर में कई-कई
वाहनों का प्रयोग किया जाने लगा है। यदि परिवार के लोग एक ही स्थान पर जाने के लिए एक ही वाहन का
प्रयोग करें तो सड़कों पर यातायात का दबाव कम होगा तथा दुर्घटनाओं की संभावना कम हो जाएगी।
वाहनों की समय-समय पर जाँच, जल्दबाजी का त्याग, सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों की जानकारी, उनका
पालन, यातायात पुलिस की जागरूकता से यातायात की समस्या पर कुछ सीमा तक नियंत्रण पाया जा
सकता है।